Sunday, July 29, 2012

अण्णा आंदोलन

ऐसे में जब कांग्रेस के संकटमोचक प्रणब दा राष्ट्रपति बन गए हैं तो सरकार की मुसीबत और बढ़ती नज़र आ रही है...क्यों कि आज जहां भीड़ के बढ़ने से अण्णा टीम और अण्णा समर्थकों का हौसला बढ़ा है वहीं कांग्रेस के सलमान खुर्शीद और दिग्विजय की ऊबड़-खाबड़ बयानबाज़ी से खुद़ कांग्रेस पर ही दाग़ लगता नज़र आ रहा है...इसका उदाहरण यूपी विधान सभा चुनाव 2012 से लिया जा सकता है...जहां...ज़्यादा नुकसान कांग्रेस को राहुल गांधी और अन्य वरिष्ठ नेताओं के गंवारू बयानों से ही उठाना पड़ा था...

No comments:

Post a Comment